बिग बॉस के घर में ड्रामा ने नई ऊंचाइयों को छू लिया है, जहां रहस्यों और भावनाओं का खुलासा हुआ। यहां हैं मुख्य झलकियां:
एक अप्रत्याशित मोड़ में, बिग बॉस ने श्रुतिका की सच्चाई चुम, अविनाश और करण को बताई। जहां अविनाश और करण ने इस खुलासे को समझने की कोशिश की, वहीं चुम इसे मानने के लिए तैयार नहीं दिखीं। इस सच्चाई ने घर में दोस्ती और गठजोड़ की परीक्षा ले ली है।
विवियन ने यामिनी को दी सीख
विवियन ने यामिनी को खुद के प्रति सच्चा और वास्तविक होने की सीख दी। उन्होंने जोर दिया कि दर्शक ईमानदारी को पसंद करते हैं और यामिनी के हास्य को उनकी ताकत बताया।
विवियन ने कहा, “वैसे तुम्हारे पास अच्छा सेंस ऑफ ह्यूमर है,” और जोड़ा कि उन्होंने यह बात रजत को भी बताई थी। करण ने विवियन से उनकी खराब होती दोस्ती पर बात की। 12-13 साल की दोस्ती के बावजूद, करण ने खुद को अनदेखा महसूस किया।
विवियन ने स्पष्ट कहा कि करण उनके लिए मायने नहीं रखते, जिससे बातचीत वहीं खत्म हो गई। इस पर ईशा और अविनाश ने टिप्पणी की कि करण खुद को पीड़ित दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।
बिग बॉस ने श्रुतिका को घरवालों की योगदान के आधार पर रैंकिंग करने का टास्क दिया। उनकी रैंकिंग से घर में हंगामा मच गया, क्योंकि इसी के आधार पर नामांकन हुआ।
श्रुतिका ने अपनी रैंकिंग बदलने से मना कर दिया, जिसके चलते दिग्विजय को घर से बाहर जाना पड़ा। इस फैसले ने चुम और चाहत को आंसुओं में डुबो दिया।
घरवाले हुए श्रुतिका के खिलाफ
श्रुतिका के रैंकिंग बदलने से इनकार ने उन्हें घरवालों के गुस्से का सामना करना पड़ा। चाहत ने उनसे पूछा कि उन्होंने दिग्विजय को क्यों नहीं बचाया, जबकि चुम ने खुद को धोखा महसूस किया।
श्रुतिका ने जवाब दिया कि उनका दिग्विजय के साथ ऐसा रिश्ता नहीं था जो उन्हें बचाने की वजह बन सके। दिग्विजय के बाहर जाने के बाद, अविनाश ने कहा कि चुम घर की “सबसे नकली” इंसान हैं।
हालांकि, उन्हें पता है कि इस पर उन्हें आलोचना झेलनी पड़ेगी, लेकिन उन्होंने अपने बयान पर कायम रहते हुए घर के माहौल को और गर्मा दिया। बिग बॉस का घर भावनाओं, रिश्तों और रणनीतियों का मैदान बन चुका है।
जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ रहा है, यह साफ हो रहा है कि हर फैसला बड़े परिणाम लेकर आता है, जो घरवालों को उनकी असली पहचान दिखाने पर मजबूर कर रहा है।