बिग बॉस 18 के आखिरी एपिसोड में नामांकन के दौरान घर में हंगामा मच गया। ईशा की गलती की वजह से विवियन डीसेना नामांकन से बच नहीं सके। इसी बीच, चाहत पांडे और कशिश के बीच जबरदस्त बहस हुई, जिसने घर का माहौल और तनावपूर्ण बना दिया।
13 दिसंबर को घरवालों को एक अनोखा टास्क दिया गया, जिसमें उनकी ईमानदारी पर राशन निर्भर था। बिग बॉस ने उनसे अपने सच बयान करने को कहा। जितने अधिक सच बताएंगे, उतना अधिक राशन मिलेगा।
भावनात्मक खुलासे, करण की प्रतिक्रिया और विवियन की सलाह
इस टास्क के दौरान करणवीर ने चुम दारंग के लिए अपनी भावनाओं का इज़हार किया, जबकि अविनाश ने माना कि वह ईशा के लिए कुछ खास महसूस करते हैं।
करणवीर ने अपनी नई रणनीति की घोषणा की और कहा, “अब मैं केवल टास्क जीतने पर ध्यान दूंगा, ट्रॉफी की परवाह नहीं।” उनकी इस बात से यामिनी नाराज हो गईं और दोनों के बीच तीखी बहस हो गई।
करण ने चिंता जताई कि उनके व्यवहार से उनका परिवार परेशान होगा। विवियन ने उन्हें समझाने की कोशिश की और कहा कि उन्हें अपनी मां और बहन के लिए मजबूत रहना चाहिए।
हालांकि, सारा ने करण के व्यवहार की आलोचना की, जिससे उनके और विवियन के बीच झगड़ा हो गया। विवियन ने करण का बचाव करते हुए कहा कि चोट लगने के बाद ऐसी प्रतिक्रिया स्वाभाविक है।
सच सामने आया और राशन मिला
बिग बॉस ने एक-एक करके सभी घरवालों को बुलाया और बाहर की दुनिया की राय उनके सामने रखी। अन्य घरवालों को सहमति या असहमति जतानी थी। इसी के आधार पर घरवालों को राशन मिला।
ईशा और अविनाश: बिग बॉस ने ईशा से पूछा कि क्या वह अविनाश से प्यार करती हैं। ईशा ने स्वीकारा कि वह अविनाश की बहुत परवाह करती हैं, लेकिन यह भावना रोमांटिक नहीं है। अधिकतर घरवालों ने इस पर सहमति जताई, जिससे ईशा को एक राशन आइटम मिला।
चुम और करण: बिग बॉस ने चुम से मजाकिया अंदाज में पूछा कि क्या वह करण से प्यार करती हैं। चुम ने अपनी देखभाल की भावना स्वीकार की, जिससे उन्हें एक राशन आइटम मिला।
शिल्पा के बयान: शिल्पा की बारी में, घरवालों ने उनके तीन में से दो बयानों पर सहमति जताई, जिससे उन्हें दो राशन आइटम मिले।
तनाव बढ़ता गया
राशन टास्क के दौरान कई छिपी भावनाएं सामने आईं और घरवालों के बीच नई बहस शुरू हो गई। सच उजागर होते ही घर के रिश्तों में बदलाव देखने को मिला।
जैसे-जैसे भावनाएं बढ़ती जा रही हैं और दोस्ती-प्रतिद्वंद्विता बदल रही है, घरवाले फिनाले की ओर बढ़ रहे हैं। अब देखना यह है कि सबसे मजबूत दावेदार कौन बनता है और उनके कार्य उनकी यात्रा को कैसे प्रभावित करते हैं। बने रहें!