बिग बॉस 18 के ताज़ा एपिसोड में घरवालों ने टाइम गॉड बनने के लिए कड़ी टक्कर दी। राजत दलाल के पद छोड़ने के बाद सभी की नज़रें इस पर थीं कि अगला टाइम गॉड कौन बनेगा। करण, दिग्विजय, अविनाश, ईशा और बग्गा इस पद के लिए मैदान में थे, लेकिन यह टास्क ड्रामे से भरपूर रहा।
रेस की शुरुआत में चाहत गिर पड़ीं, और बाकी प्रतियोगियों ने जीत के लिए संघर्ष जारी रखा। अंत में, विवियन (दूत) ने बाज़ी मारी और कुछ गर्मागर्म पलों के बाद, जिसमें करण को पानी में धक्का भी दिया गया, उन्होंने दिग्विजय को नया टाइम गॉड चुना।
करण के रिश्ते सवालों के घेरे में
करण की घरवालों के साथ बातचीत चर्चा का मुख्य विषय रही। राजत ने आरोप लगाया कि करण ने उनके हाथ की चोट का मज़ाक उड़ाया, जबकि बग्गा ने करण पर रिश्ते बिगाड़ने का आरोप लगाया।
दिग्विजय ने भी करण का विरोध किया, जिससे तनाव और बढ़ गया। विवियन ने श्रुतिका की सलाह मानते हुए दिग्विजय को टाइम गॉड के रूप में चुना। करण ने शिल्पा से विवियन के साथ उनके पैचअप पर सवाल किया और पूछा कि क्या वह जहरीले बर्ताव की तरफ आकर्षित हो रही हैं।
शिल्पा ने दोनों के बीच तटस्थ रहने की कोशिश की और कहा कि उनके लिए करण और विवियन दोनों समान हैं, लेकिन दोनों पुरुषों के बीच तनाव जारी रहा।
घरेलू कामों का पुनर्वितरण
टाइम गॉड बनने के बाद, दिग्विजय ने घरेलू कामों को फिर से बांटा। उन्होंने शिल्पा को केवल निगरानी का काम दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। हालांकि, ईशा ने साफ मना कर दिया, जबकि करण और एलिस को रात का खाना बनाने का काम सौंपा गया।
वहीं, विवियन ने कहा कि वह केवल अपनी मर्ज़ी से काम करेंगे। एक चौंकाने वाले ट्विस्ट में, बिग बॉस ने दिग्विजय को टाइम मशीन का उपयोग करके कशिश को नामांकन से बचाने का विकल्प दिया।
इस निर्णय ने खेल में नई रणनीति और सस्पेंस जोड़ दिया। दिग्विजय के टाइम गॉड बनने के साथ ही घर की गतिशीलता तेज़ी से बदल रही है। गठजोड़ की परीक्षा हो रही है, और प्रतिद्वंद्विताएं तेज़ हो रही हैं।
करण को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है, जबकि दिग्विजय की नेतृत्व क्षमता आने वाले दिनों को तय करेगी। बिग बॉस 18 का ड्रामा अब और भी दिलचस्प हो गया है!