जैसे-जैसे बिग बॉस 18 के घर में दिन बीत रहे हैं, वैसे-वैसे प्रतियोगियों के बीच के रिश्ते और समीकरण बदलते जा रहे हैं। शुरुआत में, केवल ईशा, ऐलिस और अविनाश का समूह ही स्पष्ट रूप से नजर आ रहा था, लेकिन अब अन्य घरवालों में भी गुटबाजी देखी जा रही है।
चाहत और अविनाश के बीच टकराव
जेल के अंदर एक गर्मा-गर्म बहस उस समय हुई जब चाहत ने अविनाश पर पानी फेंक दिया, जिसके बाद अविनाश ने उसे “अनपढ़” कहा। गुस्साई चाहत ने आरोप लगाया कि अविनाश ने न केवल उसकी, बल्कि सभी गांव वालों की बेइज्जती की है।
बाद में, अविनाश ने सार्वजनिक रूप से मजाकिया अंदाज में कबूल किया कि चाहत को उसके पीछे दौड़ना बंद कर देना चाहिए और किसी और लड़के को आज़माना चाहिए। यह सुनकर करण वीर ने चाहत से कहा कि अविनाश उसकी इज्जत को खराब करने की कोशिश कर रहा है और उन्हें इसका जवाब देना चाहिए।
चाहत ने गुस्से में जवाब देते हुए कहा, “मेरे पैरों की जूती और धूल भी तुझसे प्यार नहीं कर सकती, अविनाश मिश्रा। मैं एक ऐसे लड़के से प्यार नहीं कर सकती, जिसके चेहरे से नफरत हो।” चाहत ने अविनाश की सोच पर गहरी नाराजगी जाहिर की और उसकी बातों पर तिरस्कार व्यक्त किया।
अविनाश को झेलनी पड़ी प्रतिक्रिया
अविनाश ने अपनी सफाई में कहा कि वह सिर्फ चाहत से आगे बढ़ने को कह रहा था। लेकिन चाहत ने इसे नहीं माना और उस पर अपनी बेइज्जती करने का आरोप लगाया, साथ ही उसके बर्ताव पर घोर निंदा की।
बिग बॉस ने बाद में अविनाश को बताया कि उसका जेल का कार्यकाल खत्म हो रहा है और उसे यह चुनने का मौका दिया कि वह बाहर आकर सामान्य लोगों में शामिल होना चाहता है या जेल में रहना चाहता है। अविनाश ने जेल में रहने का विकल्प चुना।
इसके साथ ही बिग बॉस ने घोषणा की कि एक और सदस्य जेल में शामिल होगा और अब जेल के कैदियों को दोगुनी शक्ति मिलेगी। इसका मतलब था कि वे सिर्फ भोजन ही नहीं, बल्कि कई अन्य चीजों पर भी नियंत्रण रखेंगे। इसके बाद घरवालों की वोटिंग के आधार पर अर्फीन को दूसरा कैदी चुना गया।
अर्फीन का अतीत लाया मुसीबत
जैसे ही अर्फीन जेल में आया, बिग बॉस ने उसे उसका अतीत दिखाया, जिसमें उसने कहा था कि उसके हिसाब से सारा को इस घर में नहीं होना चाहिए था। बिग बॉस ने खुलासा किया कि सारा के पास एक हार है जो उसे 24 घंटों के अंदर घर से बाहर कर सकता है।
इसके बाद, अर्फीन ने अपनी पत्नी सारा से इस बात का सामना किया कि उसने ऐसा क्यों कहा। हालांकि, सारा नाराज हो गई और कहा कि उसे ये बातें सिर्फ उससे कहनी चाहिए थीं, न कि दूसरों से।
अर्फीन की बात सुनकर सारा बेहद आहत हुई। उसने सवाल उठाया कि घर में उसे रहना है या नहीं, इसका फैसला कोई और क्यों करेगा, उसके पति को यह तय करने का अधिकार क्यों है। उसने कहा कि उसका नरम दिल होना उसकी ताकत है। इसके बाद अर्फीन ने सारा को उसके पिता को खोने की कहानी सुनाई, ताकि उसे समझा सके।